किंतु जब मैं ढलता हूँ, मुझे कोई नमन नहीं करता है, थके हुये मेरे तन को, कोई आर्ध्य नहीं देता, किंतु जब मैं ढलता हूँ, मुझे कोई नमन नहीं करता है, थके हुये मेरे तन को, कोई आर्ध...
दहकते अंगारों जैसे मखमली लाल पलाश दहकते अंगारों जैसे मखमली लाल पलाश
सुख-दुःख की कथा गुथता चल, मन में ॐ की माला फेरता चल. सुख-दुःख की कथा गुथता चल, मन में ॐ की माला फेरता चल.
मैं पुकारती रही, कृष्ण तुम नही आये..... मैं पुकारती रही, कृष्ण तुम नही आये.....
सोच रहे क्या दोनों रूप में जीवन की पर्यायी हूं वृक्ष नष्ट करोगे साँस कहाँ से पाओगे सोच रहे क्या दोनों रूप में जीवन की पर्यायी हूं वृक्ष नष्ट करोगे साँस कह...
हां ! अकेली नहीं होती हूं मैं जब तुम मेरे पास नहीं होते। हां ! अकेली नहीं होती हूं मैं जब तुम मेरे पास नहीं होते।